कंजंक्टिवाइटिस आँखों की बीमारी होती है , जो अपनी आँख की पुतली के अंदर जो सफ़ेद हिस्सा है, उसको कन्जंक्टाइवा कहते है। जब भी कोई बैक्टेरियल या वाइरल इंफेक्शन इसमें होता है , सबसे पहला ये सब लाल हो जाएगा। दूसरा है की आँखों से बबहूत ज़्यादा पानी आने लगता है। तीसरा आपके आँख में दर्द होगा। चौथा है की आपके आँख के अंदर रेत पद गयी है। बोहत सीवियर केस में अगले दिन जब सुबह उठते है तो उसके आँखें आपस में चिपकने लगते है। कंजंक्टिवाइटिस को होमेओपती में एक इलाज है , यूफ्रेशिया कहते है , जोकि पोटेन्सी में आता है, गोलियों में या आँख के ड्रॉप्स में भी आता है। इन दोनों दवाईया से कंजंक्टिवाइटिस बहुत जल्दी ठीक हो जाती है। अपने आस पास के डाक्टर के पास जाए और ज़रूर बताये। दवाई का रहते हुए भी आपको बोरिक एसिड जो मिलता है , उसके दो चुटकी लेकर एक कप पानी में उबाले और कॉटन लेकर उससे सेक ले। उससे बहुत जल्दी फरक पड़ता है और इंफेकशन को बहुत जल्दी आप काबूमें कर सकते है। दूसरा जोरहाट पाने केलिए जो इस्तेमाल किया हुआ टी बैग है , उसको रेफ़्रिगेटाइटर के अंडररखना चाहिए और जब बहुत तकलीफ हो तो आंक उसी से सेकई करे। उससे रहत भी मिलता है और इलाज के साथ साथ अपने डाइट का भी ख्याल रखे। बहुत तेज़, मिर्च या खट्टा खाने से खुजली बढ़ जायेगी और तकलीफ बढ़ सकती है। दवाई खाने से इसका इलाज बहुत अच्छे से होता है।