“एक्यू ” का अर्थ है ” पॉइंट”, एक छोटा पॉइंट। ” प्रेशर” मतलब दबाव डालना। किसी एक पॉइंट में दबाव डाला जाएत है , उसको अकुप्रेस्सुर इ बोलते है। ये एक्यूप्रेषर की विधा चाइना से हमारे देश में फली है पर इसका इतिहार यु कहा जाट अहइ की भारत वर्ष में ही हुआ है जैसे की कारण छेदन की विधा , हाथ में छू दी पेहेनना , अंगूठी पेहेनना , ये सब एक्यूप्रेशर की ही तरीके है जिससे एक्यूप्रेशर का उपयोग करते है। एक्यूप्रेशर का लाभ हर एक तरह की बीमारी में होता है क्युकी एक्यूप्रेसःऱ में बोलते है की हमारे शरीर पर ३६१ अक्यूपॉइंट है।
एएक्यूपॉइंट ऐसा है की बारह तरह के ऊर्जा पथ के रूप में में डिवाइड किया जाता है। १२ ऊर्र्जा के पथ है। एक्यूप्रेस्सशर एक विधा होती है , उसको बोलते है रिफ्लेक्सोलॉजी। जो पूरे ब्रह्माण्ड में घड़ित हो रहा है वो हमारे शरीर में घड़ित हो रहा है और जो हमारे शरीर में घड़ित हो रहा है वो हमारे हाथों पे लिखता है। हम अपने सरीर की कई ब्मारियों को समझकर ये रेफ्लेक्सोलॉजी पॉइंट को दबाके हम अपने आप को ठीक कर सकते है। अगर हम हम्मारी बीमारी किस वजह से हो रही है , अगर हम समँझ सकते है तो हम वो पॉइंट पर मैगनेट। अग्गर आप कोई दूसरा पॉइंट भी दबाते है तो उसमे कोई दिक्कत नहीं है। वो ेनेररजी को बॅलन्स ही करता है।