क्या मुंहासे के टीके वास्तव में एक भयावहता हैं – डॉ. रसया दीक्षित

हमेशा मेरे पेशंट्स पूछते है की पिम्पल्स के कोई टीका नहीं होते ही क्या ? जब हम बच्चे थे तो हम बोहत एक्ने या स्कारिंग हुआ। लेकिन हमारे बच्चों को नहीं चाहिए। तो हमारे पेशंट्स के पेरेंट्स पूछते है की ऐसी दवाई तो नहीं है या कोई टीका तो नहीं है ताकि उनको पिम्पल्स नहीं आये। जब हम पिम्पल्स के बारे में सोचते है चिकन पॉक्स य पोलियो। पोलियो को बनाने वाला एक ही वाइरस है। तो उसके अलावा कोई और कारण के वजह से पोलियो नहीं आ सकता। तो उसके अलावा कोई और कारण के वजह से पोलियो नहीं आ सकता। तो जब हम टीका पोलियो का लगाते है तो वो वाइरस नहीं होता है। तो वो पेशंट बच जाते है। लेकिन पिम्पल्स और एक्ने ऐसे नहीं होते है। पिम्पल्स के कारण बोहत सारे आते है जैसे की हॉर्मोन हो सकते है या टेस्टोस्टेरोन के प्रॉब्लम से हो सकते है जंक फ़ूड खाने से हो सकते है या एक्सरसाइज न करने से हो सकते है और बक्टेरिया स इ भी हो सकते है। तो सिर्फ बक्टेरिया को हटाने से , या बक्टेरिया का इलाज करने से या टीका लगाने से ये प्रॉब्लम तो जाने वाला ही नहीं। ये सोचकर भी अभी साइंटिस्ट जांच कर रहे की प्रोपियोनोबैक्टेरियम एक्ने , जो बैक्टीरिया पिम्पल बनाता है। उसके खिलाफ टीका बनाया जा सकता है और वो रेसेरच चल रहा है। लेकिन वो रेसेरच ही है। अभी तक वो दूकान मैं नहीं पहुंचा , आपके डाक्टर तक नहीं पहुंचा। तो अगर आपको पिम्पल हो है और आपको स्काररिंग भी हो रहे है तो आप डॉक्टर से सलाह ले और रुकिए नहीं की टीका आ जाएगा और दवाईया ले , लाइफस्टाइल चंगेस करे , ज़रूर एक्सरसाइज करे , जनक फ़ूड अवॉयड करे और उस डॉक्टर का सलाह से आप एक्ने और एक्ने स्काररिंग आप रोक सकते है।

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