स्ट्रेच मार्क्स लाइट या डार्क क्यों, कैसे? जानिए ट्रीटमेंट पोपुलर डरमाटलोजीस्ट से? – डॉ.रसया दीक्षित

स्ट्रेच मार्क्स हम सबको परेषाब करते है। अगर आपका वज़न ज़्यादा हुआ हुआ हो जैसे की लकडॉन में हुआ हो प्रेग्नेंसी के दौरान हुआ हो या जिम जाने से हुआ हो , तो ये स्ट्रेच मार्क्स जो है आर्म्स पे या लेग्स पे और एब्डोमेन पे डेवेलोप होता है और पेट पे बनता है। स्ट्रेच मार्क्स जब पहले पहले बनते है तो वो लाल रंग के होते है। जो स्किन सावला होता है , वो लालपन कभी कभी कालापन जैसा दीखता है उसे हम स्त्रिया रूब्रा बोलते है और जब दो तीन साल के बाद स्ट्रेच मार्क्स फाइड होके सफ़ेद होता है , और उसको हम स्त्री अल्बा बोलते है। इसका एहि एक फरक है की एक लाल रंग का होता है। अगर ये काला रंग का होता है उसका हम इलाज करते है ताकि वो ज़्यादा दिके न। तो लेज़र से , डर्मारोलर से, प्लेटलेट रीछ प्लाज्मा को इस्तेमाल करके हम इलाज करते है। अगर आपके स्किन पे नए नए स्ट्रेच मार्क्स आ रहे है और वो लाल रंग का है तो ज़रूर डर्मेटोलॉजिस्ट से सलल्ह ले की इसको कैसे ट्रीट किया जा सकता है।

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