ड्रग विषाक्तता का प्रबंधन कैसे करें ड्रग ओवरडोज के लिए फर्स्ट एड – डॉ. सुरेखा तिवारी
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ड्रग विषाक्तता का प्रबंधन कैसे करें ड्रग ओवरडोज के लिए फर्स्ट एड – डॉ. सुरेखा तिवारी

इस सवाल केलिए हम अगर होमेओपेथी में जाए क्यूंकि होमेओपेथी में ड्रैग पोइज़निंग। तो कुछ नहीं करे अगर आपक बच्चे ने मीठी गोलिया समझकर गलती से कोई एक्स्ट्रा दोसे खा भी ली है तो तो बिलकुल भी प्रोब्लम नहि है। कुछ नहीं होगा। ज़्यादा से ज़्यादा एक गिलास पानी पीजिये, आराम कीजिये, अपने आप निकल जाएगा क्यंकि होमेओपेथी में दवाईयों का मात्रा बोहत कमहोती है। अब आते है अलोपथी में। जब एलोपैथी के अंदर आपको लगे की दवाई ज़्यादा खा ली गयी है तो सबसे अच्छा इलाज है की कोशिश करे की उलटी करके उसको निकाल दीजिये क्यूंकि एलोपैथिक टेबलेट को शरीर में समाने में थोड़ा समय लगेगा। अगर खाने समय अगर आपको समाज में आगया है की ज़्यादा गोली हो गयी है, या ज़रा भी शक है, तुरंत दो, तीन गिलास पानी डालके इसको स्टमक वाश किया जाता है। अगर इस पेशंट को हॉस्पिटल ले जाय जाएगा, तो वहाँ भी स्टमक वाश ही करेंगे सबसे पहले और उस से भी ज़्यादा समझने की बात है की ड्रैग ओवरडोज़ से आपको पहले ही अन्सिएटी होगी, आपका हार्ट रेट घटेगा, श्वसन एंग्जायटी की वजह से बढे लगेगा। इसलिए कोशिश करनी चाहिए की अपने आपक को थोड़ा सा समभाले , ताकि आप अपना एक्शन प्लान कर सके। फर्स्ट ऐड के अंदर सबसे पहले उलटी करने की कोशिश करेने की कोशिश कीजिये , दूसरा की किसी आस पास के कोई डॉक्टर के पास जाईये और जितना रह सके उस समय पानी पीजिये ताकि शरीर से जल्दी से जल्दो वो डावइ को निकल सके। ज़्यादातर जो दवाई है, उनका असर होता है वो चेच घंटे के नाद नज़र आता है। लेकिन चेच घण्टे के अंदर भी इतने सारे चीज़ें कर लिए जाए तो ड्रग ओवरडोज़ की जितने भी प्रॉब्लम है उनको बोहत कर किया जा सकता है ।