क्या कोरोनावायरस निमोनिया का कारण बन सकता है? – डॉ. सुरेखा तिवारी
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क्या कोरोनावायरस निमोनिया का कारण बन सकता है? – डॉ. सुरेखा तिवारी

किसी भी वाइरल इंफेक्शन को निमोनिअ बनने केलिए हमार भी उसमे बहुत बड़ी हाथ है। अगर कसी व्यक्ति इंफेक्शन से निमोनिअ होता है तो तीन चीज़ों का होना निहायत ज़रूरी है।पहला चीज़ की अपना इम्मयूनिटी की रक्षा करने का पवार बहुत काम थी जब वाइरस ने इम्पैक्ट किया। ये वाइरस मल्टीप्लाई किया गया और खुद को नहीं बचा पाया। दूसरा चीज़ है की जब आपने अपने आप समाज गया की आपकी तबियत अच्छी नहीं है या आपकी नाक बह रही है या खासी हो रह है आपको या आपका गाला खराब है। उस वक्त अगर आपने कोई एक्शन लिया तो बिमारी बढ़ती चली जायेगी और बढ़ते बढ़ते वो निमोनिया तक चलती जायेगी। अगर हम पूरे वाईरस का एक स्पेक्ट्रम ले तो पहले डिग्री पे है जहा पे आपको ज़ुखाम होती है या खासी होती है और दुसरे डिग्री पे है की आपके लंग्स के एक लोब के अंदर इतना बलगम भर जाता है की उसको निमोनिया का नाम दिया जाता है। लेकिन निमोनिया खुद एक वाइरस के वजह से नहीं हो सकता। तीसरा चीज़ ये है की जानने के बाद भी अगर आप ऐसे जगह जाते है जहा वाइरस की केस को डेक्लर किया जाएत है , आप एक इंफेक्शन से बचे नहीं और आपके अंदर वाइरस आ गया है तब शरीर उसको रोक नहीं सकता है और निमोनिया होना काफी हद्द तक पॉसिबल है। नहीं तो निमोनिया होना वाइरस बिमारियों में होना लाज़मी है।