10 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सर्वश्रेष्ठ योग – श्री. सुधाकांत मिश्रा
दस साल के काम उम्र के बच्चों केलिए सबसे अच्छा योग। योग बच्चों केलिए आवश्यक है और बढ़ते में शरीर में कही सारे परिवर्तन होते है ख़ास कर के होर्मोनेस के लेवल पे बच्चों के अंदर शारीरिक विकास होता है। जहाँ जहां उनके शारीरिक विकास होता है वही ही उनकी मानसिक विकास भी होती रहती है और योग शरीर और मन दोनों पे काम करता है। जो बच्चे दस साल के उम्र के है उनकेलिए उनके आवश्यकता के हिसाब से योग सूर्यनमस्कार का अभ्यास ऐसी बच्चों को नियमित करा गया है। सूर्यनमस्कार के अभ्यास में यदि मन्त्रों का उपयोग किया जाता है , इसका आसार हमारे चक्र पे असर करता है जिससे बच्चों का मानसिक अवस्ता का सही उपयोग कर सकते है। साथ साथ सर्वांगासन जोकि शरीर पे काम करता है जिसमे पूरे पाँव उठा जाता है और कन्धों के बल में और कन्धों के ऊपर खड़ा है सर्वांगासन। सर्वांगासन करने के बाद धनुरासन। धनुरासन बच्चों के शारीरिक विकास में बहुत अच्छी योगदान करता है। धनुरासन के बाद पस्चिमुतासँ का अभ्यास बहुत ही अच्छा माना गया है की पस्चिमुतासँ बढ़ते हुए बच्चों के लोअर एब्डोमेन के अंदर या पेट के अंदर जो भी अंग , अवयव है उसपे एक अच्छा मसाज करता है और उसके पीछे जो चक्रास होती है उसको एक्टिवेट करता है तो पश्चिमोत्तानासन। ऊके साथ साथ पद्मासन। पद्मासन में बैठने का अभ्यास और पद्मासन में किये जाने वाले कई तरह के अभ्यास किये जाते है जैसे की हाथों से उठना , जैसे की पद्मासन में बैठके हाथों के ऊपर में झूलना। पद्मासन में जाके बढ़ पद्मासन लगाना। ये सारे आसान बच्चों के शारीरिक मानसिक विकास केलिए बहुत ही आवश्यक है १० साल के काम उम्र के बच्चों को कुछ ध्यान का भी अभ्यास किया जाता है जैसे की उनको कुछ ऐसे चलते फिरते अभ्यास। त्राटक की क्रिया छोटे नच्चों को जिसे की दस साल के बच्चे है या उसके नीचे के बच्चे है उनके विकास में एक अहम् भूमिका प्रदान करता है। इसी के साथ साथ हम सूर्य का ध्यान बच्चों को करवा सकता है। ये उनके सर्वांगा विकास केलिए अत्यंत ज़रूरी है।